कवि : अशर्फी लाल मिश्र
इक दिन ऐसा आएगा ,
पानी पेट्रोल बन जायेगा।
हर समर पर मीटर होगा,
पानी की बर्बादी रोकेगा।।
आज है पेट्रोल मंहगा,
कल पानी मंहगा होगा।
हर बूँद सम्हालो पानी ,
पानी कल अमृत होगा।।
इक दिन ऐसा आयेगा,
पानी पेट्रोल बन जायेगा।।
© कवि : अशर्फी लाल मिश्र ,अकबरपुर ,कानपुर।
सच्ची बात।कई जगह तो अभी भी बिक ही रहा है। पैट्रोल की तरह बहु बिक सकता है।जनता और सरकार दोनों को अत्यंत जागरूक होने की जरूरत है।प्रणाम।🙏
जवाब देंहटाएंसाधुवाद। आभार।
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