मंगलवार, 1 मार्च 2022

अध्यात्म पर दोहे

 -अशर्फी लाल मिश्र

अशर्फी लाल मिश्र






सतगुण तमगुण और रज, से चालित संसार।

चौथा  गुण  जो  जान  ले, बेड़ा  उसका पार।।


-कवि : अशर्फी लाल मिश्र , अकबरपुर, कानपुर।

2 टिप्‍पणियां:

विप्र सुदामा - 56

  लेखक : अशर्फी लाल मिश्र अकबरपुर, कानपुर। अशर्फी लाल मिश्र (1943-----) भामा मुख  से जब  सूना, दर्शन  करना हो वीतरागी। या तीर्थयात्रा पर हो ...