शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

नीति के दोहे मुक्तक

 कवि : अशर्फी लाल मिश्र

अशर्फी लाल मिश्र





             

               जीवन

दिन    बीते    रात   बीते, पल  पल बीता जाय।

जनहित में कुछ क्षण लगें,जीवन सफल कहाय।।


©कवि : अशर्फी लाल मिश्र, अकबरपुर, कानपूर।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

जागो जागो लोक मतदाता

  कवि एवं लेखक - अशर्फी लाल मिश्र, अकबरपुर, कानपुर। अशर्फी लाल मिश्र (1943-----) जागो जागो लोक मतदाता, मतदान  करो  तुम  बार बार। जनतन्त्र  म...