सोमवार, 26 अक्टूबर 2020

नीति के दोहे (मुक्तक)

कवि : अशर्फी लाल मिश्र ,अकबरपुर, कानपुर। 
अशर्फी लाल मिश्र 

सफलता 
विश्वास होय कर्म में , साहस  मन में होय।
ताहि सफलता जानिये, योजना राखि गोय।।

धीरे  धीरे काम करु ,धीरे सब कुछ होय। 
धीरे  धीरे  कोयला ,  इक दिन हीरा  होय।।

© Poet : Asharfi Lal Mishra, Akbarpur, Kanpur.
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