शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2020

नीति के दोहे (मुक्तक)

 कवि : अशर्फी लाल मिश्र , अकबरपुर ,कानपुर। 

अशर्फी लाल मिश्र 
खुशबू 
फूल  खुशबू  साथ पवन , पवन बहे जिस ओर। 
प्रतिभा  खुशबू  खुद बहे, फैले     चारों   ओर।। 
सुख 
भविष्य चिन्ता छोड़ दे ,भूतहि  देय विसार। 
वर्तमान   संभाल    ले ,सुखी  होय  संसार।।
=*=
© Poet : Asharfi Lal Mishra,Akbarpur, Kanpur.


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

व्यास पूर्णिमा (गुरु पूर्णिमा)

 -- लेखक एवं रचनाकार : अशर्फी लाल मिश्र, अकबरपुर, कानपुर।© अशर्फी लाल मिश्र  पूर्णिमा तिथि थी अषाढ़ मास की, जब महर्षि व्यास ने  जन्म लिया। प...