सोमवार, 28 अगस्त 2023

विप्र सुदामा -16

 Author : Asharfi Lal Mishra, Akbarpur, Kanpur.

Asharfi Lal Mishra 







राज काज  में  ऐसे डूबे,

कृष्ण भूले मित्र सुदामा।

द्वारपाल ने  दिया संदेश,

राजन ड्योढ़ी विप्र एक।।


आधी  धोती  कमर  पर, 

आधी  उसके  कंधे  पर।  

पैर उपानहि  नहि  उसके,

हाथ में साधे  टेढ़ी  लाठी। 


सिर उसके है  शिखा बंधी, 

वाणी में  है उसकी कड़क।

राजन  का नाम  ले  कहता, 

कान्हा  मेरे   हैँ   सहपाठी।। 


जाओ  शीघ्र  विप्रहि पास,

पूछो उसका नाम  निवास।

आपन नाम बताये  सुदामा, 

पुरीसुदामा   कहे   निवास।।


सुनत  नाम   सुदामा   का, 

धाये   कान्हा    नंगे    पैर।

आगे  आगे   दौड़ें   कान्हा, 

पीछे      पीछे     द्वारपाल।।

Author : Asharfi Lal Mishra, Akbarpur, Kanpur, India.©

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विप्र सुदामा - 56

  लेखक : अशर्फी लाल मिश्र अकबरपुर, कानपुर। अशर्फी लाल मिश्र (1943-----) भामा मुख  से जब  सूना, दर्शन  करना हो वीतरागी। या तीर्थयात्रा पर हो ...