शुक्रवार, 27 मार्च 2020

कोरोना वायरस (मुक्तक)

© अशर्फी लाल मिश्र ,अकबरपुर कानपुर।

अशर्फी लाल मिश्र












कोरोना  का नाम सुनि , बाल वृद्ध भयभीत। 
भय से घर में जा छिपे , गायें प्रभु के  गीत।।

कोरोना की आज तक ,नहि   कोई   वैक्सीन। 
सब लोग  बेचैन दिखें , ज्यों पानी बिनु मीन।। 

***

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

विप्र सुदामा - 56

  लेखक : अशर्फी लाल मिश्र अकबरपुर, कानपुर। अशर्फी लाल मिश्र (1943-----) भामा मुख  से जब  सूना, दर्शन  करना हो वीतरागी। या तीर्थयात्रा पर हो ...